शनिवार, 6 नवंबर 2010

पतझड़ - 2

पतझड़
प्रार्थना है
खुली प्रार्थना
फ़ैल जाती जो
संकेतों संग
बादल
चिड़िया
चाँद - सी

तय 
मुकाम तक 

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें