बुधवार, 18 नवंबर 2009

दाता बंदी छोड़ -2

दीखती
बंदगी है
बंदी नहीं दीखते
वे तो
पहुँच चुके
अपने मुकाम तक
थामकर हाथ
सिरजनहारे का    

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