मै
रखवाली करता
परोसता हूँ
अग्नि
चिताओं को
मेरी स्मृति में
इससे ऊँचा
कुछ भी नहीं ,
सच मानकर बंध जाना
तीन काल का झूठ
कहता
मत आना पास
मत आना पास
पीपल का कोटर छोड़
इस मृत्यु लोक में
चाटते कुत्ते जहाँ
झूठी पत्तलें
देवताओं की
जलाता हूँ
मै तो
सिर्फ देह
वे तो अपराधी
आत्मा के |
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