गुरुवार, 9 जून 2011

समुद्र गोलाकार क्यों ?

आश्चर्य चकित हूँ 
तुम्हारे 
रहस्यों से 
हे ! पृथ्वी 
समतल तुम्हारी  
भूमि 
समुद्र गोलाकार 
क्यों ?

1 टिप्पणी: