सब कुछ
माटी
तो फिर
माटी का मोल
माटी से क्यों
इतना आसान नहीं
ज्यदातर लोगों को तो
जाते समय समझ आता
और कुछ
नासमझे ही रह जाते
माटी से माटी
होने के लिए
कुम्हारों की चाकों पर
निरंतर
घूमते रहते
फिर रौंदे
फिर पकाए जाते
फिर माटी से माटी
होने के लिए |
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