रविवार, 15 मई 2011

नर्मदा -1

सुनता हूँ 
उसकी बातें 
सूरज 
कुछ-कुछ 
चुरा लेता 
जानती वह
कहती जाती 
भर देगी उसे भी 
एक दिन 
नर्मदा |


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