शब्द
या
अर्थ
युगानुयुग
दीखती
आकाशगंगा
नया कुल
नया गोत्र
पृथ्वी के दूसरी ओर
अंतस के अनंत गर्भ में
बंद आँखों से
देवशिल्पी
विजया के अक्षरों को
स्वयम्भू की
सिद्ध विद्यायें बनाता है
शुक्रवार, 25 सितंबर 2009
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