बूढा समय
सफ़ेद रंग पर
आ गिरता
लम्बे-लम्बे दरख्तों कि
खबर ले
पतले डंडे से
मछली
फूल
मशाल
बनाता है
वहीँ
कुछ हाथ
बहुत दूर से
मौत से आधिक धुंधला
मकड़जाल बुनते
बारूद का इत्र छिडक
बुलबुल पर
छीन लेते हैं
उसका बसेरा
सोमवार, 14 सितंबर 2009
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